हरियाणा में आयुष्मान भारत योजना पर संकट, 600 निजी अस्पतालों ने इलाज बंद करने का फैसला
केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना के तहत गरीब और जरूरतमंद लोगों को 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज मिलता है, लेकिन हरियाणा में इस योजना को लेकर बड़ा संकट खड़ा हो गया है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) हरियाणा ने घोषणा की है कि राज्य के 600 प्राइवेट अस्पताल 3 फरवरी 2025 से इस योजना के तहत मुफ्त इलाज देना बंद कर देंगे।
IMA हरियाणा के अनुसार, सरकार पर 450 करोड़ रुपये की प्रतिपूर्ति (Reimbursement) बकाया है, जिसमें से अब तक केवल 10-15% राशि का ही भुगतान किया गया है। इस मुद्दे को लेकर IMA प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से मुलाकात की, लेकिन कोई ठोस समाधान नहीं निकल पाया।
आयुष्मान भारत योजना से अस्पताल क्यों हट रहे हैं?
IMA हरियाणा ने इस फैसले के पीछे मुख्य रूप से आर्थिक कारणों का हवाला दिया है। उनका कहना है कि:
- सरकार ने अभी तक 450 करोड़ रुपये की बकाया राशि का पूरा भुगतान नहीं किया।
- अब तक केवल 10-15% प्रतिपूर्ति ही मिली है, जिससे अस्पतालों को आर्थिक नुकसान हो रहा है।
- बढ़ती संख्या में मरीजों के इलाज का खर्च संभालना मुश्किल हो रहा है।
IMA हरियाणा का कहना है कि जब तक सरकार बकाया राशि का भुगतान नहीं करती, तब तक 3 फरवरी 2025 से 600 निजी अस्पतालों में आयुष्मान भारत योजना के तहत इलाज नहीं किया जाएगा।
हरियाणा में आयुष्मान भारत योजना की स्थिति
हरियाणा में 1,300 अस्पताल आयुष्मान भारत योजना से जुड़े हुए हैं, जिनमें 600 प्राइवेट अस्पताल शामिल हैं। इनमें से गुरुग्राम में 60 से अधिक निजी अस्पताल इस योजना का हिस्सा हैं।
इसके अलावा, हरियाणा में 1.2 करोड़ लाभार्थी आयुष्मान भारत योजना के तहत रजिस्टर्ड हैं। राज्य सरकार ने इसके तहत चिरायु कार्ड भी जारी किए हैं, जिससे ज्यादा लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ मिल सके।
क्या है आयुष्मान भारत योजना?
- मोदी सरकार ने 2018 में आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत की थी।
- इसके तहत गरीब और जरूरतमंद लोगों को 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज मिलता है।
- अब तक 35 करोड़ से अधिक आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके हैं।
- सितंबर 2024 में हुए बदलाव के तहत 70 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों को इस योजना में शामिल किया गया।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का बयान
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने इस पूरे मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा:
- सरकार ने 26 जनवरी 2025 को 786 करोड़ रुपये की बकाया राशि का भुगतान कर दिया है।
- अब केवल 200 करोड़ रुपये बाकी हैं, जिन्हें जल्द ही जारी कर दिया जाएगा।
- IMA से बातचीत जारी है, जल्द ही समाधान निकाला जाएगा।
हालांकि, IMA का कहना है कि जब तक संपूर्ण भुगतान नहीं होता, तब तक अस्पताल आयुष्मान भारत योजना के तहत इलाज नहीं करेंगे।
आगे क्या होगा?
- IMA और सरकार के बीच बातचीत जारी है।
- सरकार बकाया 200 करोड़ रुपये के भुगतान पर विचार कर रही है।
- अगर सरकार जल्द समाधान निकालती है, तो अस्पताल फिर से योजना के तहत इलाज शुरू कर सकते हैं।
हालांकि, अगर इस समस्या का जल्द समाधान नहीं हुआ तो हरियाणा में लाखों गरीब मरीजों को मुफ्त इलाज मिलने में परेशानी हो सकती है।
हरियाणा में आयुष्मान भारत योजना संकट में है। 600 निजी अस्पतालों ने 3 फरवरी 2025 से इस योजना के तहत इलाज बंद करने का ऐलान किया है, क्योंकि सरकार पर 450 करोड़ रुपये की बकाया राशि है। हालांकि, मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का कहना है कि अधिकतर राशि का भुगतान हो चुका है और शेष राशि जल्द जारी की जाएगी।
अगर सरकार और IMA के बीच जल्द सहमति नहीं बनी, तो हरियाणा के लाखों गरीब और जरूरतमंद मरीजों को मुफ्त इलाज में कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है।